Tech News 2022 :–
GOOGLE–AIRTEL DEAL ओर इसका इंडिया पर फायदे :–
तो चलिए दोस्तों आज बात करते हे फिलहाल ही में हुुइ GOOGLE–AIRTEL DEALके बारे में और जानते हे और जानेंगे के कैसे इस डील से भारत का फायदा होने वाला है भारत के इकोनॉमिकल स्थिति पर केसा प्रभाव पड़ेगा. तो दोस्तों जैसा की google ने अनाउंस किया हे के GOOGLE जो विश्व की सबसे बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनी मानी जाती ही ने इंडिया में उपस्थित भारती–एयरटेल के साथ हाथ मिलाया ही और एक नई डील का अनाउंस किया हे GOOGLE–AIRTEL DEAL के मुताबिक पता चला है कि GOOGLE एयरटेल में $1 बिलियन तक का इन्वेस्ट करेगा जो की इंडिया के रुपए 75,00,15,50,000 इंडियन रुपए होंगे और यह इन्वेस्ट GOOGLE एयरटेल के क्लाउड स्पेस टेक्नोलॉजी में इन्वेस्ट करेगा
जैसा की केलीफ्रोनिया टेक्नोलॉजी की सबसे बड़ा इंटरनेट का हेडक्वार्टर माना जाता है इस इन्वेस्ट के बाद ऐसा माना जाता हे की इस इन्वेस्ट के बाद एयरटेल माइक्रोसॉफ्ट azure और अमेजन web services के साथ कंपीट करेगी जो की पहले से ही उपस्थित क्लाउड कंपनीज हे को कंपीट करेगी. कुछ टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट का भी कहेना ही की गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट inc. के इस इन्वेस्ट से गूगल द्वारा स्मॉल बिजनेस को भी हेल्प होगी ओर गूगल की इस हेल्पिंग से स्मॉल बिजनेस को भी मदद मिलेगी जो इंडियन टेलीकॉम में बहुत बड़ा कदम होगा इंडिया की टेलीकॉम इंडस्ट्री को सुधारने के लिए.
स्पष्टता से कहा जा सकता हे की GOOGLE जेसी बड़ी कंपनी अपनी खुद की बैटल लड़ रही हे जो की क्लाउड की लड़ाई हे इस तौर पर कहा जा सकता है की क्लाउड बिजनेस काफी हद तक पहुंच सकता हे लेकिन यह सब माइक्रोसॉफ्ट azure ओर अमेजन वेब सर्विस के पीछे पीछे ही इस बिजनेस में.
एक प्राइवेट इक्विटी जिसका नाम true north equity के किसी हेड ने कहा की ” यह एक तरीका है एयरटेल जेसी बड़ी कमर्शियल कंपनी के ग्राहकों को गूगल के क्लाउड प्लेटफार्म पर लाने की तो इस GOOGLE–AIRTEL DEAL से गूगल को भी बहुत बड़ा फायदा होने वाला हे जिसके जरिए बहुत बड़े पैमाने पर एयरटल के यूजर्स गूगल की क्लाउड के इकोसिस्टम की तरफ आगर्षित होंगे।
एयरटेल जो की भारत में पहले से ही लगभग 2000 से ज्यादा बड़े बिजनेस चला रही है और भारत में लगभग 10 लाख तक के छोटे बिजनेस चला रही है. अगर टेक्नोलॉजी के आधार पर देखे तो यह एक जीत–जीत की बात है इन दोनो बड़ी कंपनियों के लिए.
जैसा की पिछला साल GOOGLE और एयरटेल के बीच हुई़ पार्टनरशिप जो भी क्लाउड सर्विस पर हुई थी उसमे भी एयरटेल ने एक ब्रॉडबैंड प्लान लॉन्च किया जो की छोटे बिजनेस और startups को बढ़ावा देता है GOOGLE के क्लाउड और cisco जेसी बडी कंपनी के साथ मिल कर और साथ में यह फैमिली पैक भी उपलब्ध कराती थी जिसे G suit के जरिए सर्विस प्रोवाइड करती थी.
एयरटेल ने बिना GOOGLE, अमेजन, माइक्रोसॉफ्ट azure की सहायता लिए बहुत बड़ी कस्टमर रेट बढ़ा ली है जो की क्लाउड बिजनेस में बहुत अच्छा कदम है और बहुत अच्छी सफलता भी हे.
एक Canalyse के रिसर्चर की रिसर्च के मुताबिक पूरे विश्व में ग्लोबैली क्लाउड सर्विस में 32% अमेजन वेब सर्विस (AWS), Microsoft azure का 21% ओर GOOGLE क्लाउड का 7% योगदान हे
एक गार्टनर की रिसर्च के मुताबिक इंडिया में क्लाउड सर्विस कर क्लाउड के बिजनेस 31% तक बढ़ने के संभावना है आने वाले 5साल में जो की $16बिलियन तक बढ़ सकता हे जो की भारत के 12,00,02,48,00,000.00 तक के इंडियन मुद्रा हे.
Akashara Bassi जो की सीनियर एनालिस्ट ही काउंटरपॉइंट में उनका कहना है की
” इस निवेश के साथ, Google कनेक्टिविटी और डेटा सेंटर स्पेस में एयरटेल की पेशकशों के साथ अपने क्लाउड और कोर प्रसाद के तालमेल से एसएमबी बाजार में प्रवेश करने की कोशिश कर रहा है। “
ओर उन्होंने यह भी कहा हे की GOOGLE–AIRTEL DEAL इंडियंस के लिए इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर एंड अन्य दूसरी सेवाओं के लिए बहुत बडी सुविधाएं प्रदान करेगी.
गार्टनर के मिश्रा ने कहा कि
” पिछले दो वर्षों में, एयरटेल अपने मल्टी-क्लाउड पोर्टफोलियो के निर्माण में निवेश कर रहा है, पहले एडब्ल्यूएस और फिर ओरेकल के साथ। “ये दोनों बड़े पैमाने पर एयरटेल के बुनियादी ढांचे के निर्माण और एक संयुक्त गो-टू-मार्केट रणनीति के आसपास हैं…। यह डील ( GOOGLE–AIRTEL DEAL ) एयरटेल के माध्यम से मिड-मार्केट और एसएमबी ग्राहकों तक पहुंचने में विशेष रूप से फायदेमंद होगी, जो वह अपने दम पर नहीं कर पाएगा। “
विट्टल ने कहा कि
“एयरटेल की क्लाउड रणनीति त्रिस्तरीय है। “एक हमारे अपने सार्वजनिक क्लाउड के आसपास है, जो पूरे पारिस्थितिकी तंत्र में भागीदारी के बारे में है और जहां हम Google के साथ मिलकर काम करते हैं। डेटा के लिए हमारा अपना निजी क्लाउड है जिसे भारत में होस्ट करने की आवश्यकता है। तो, यह उस मायने में एक प्रतियोगिता नहीं है। चूंकि हाइपर स्केलर्स के साथ काम करना हमारे लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
गूगल जो की पहले से ही एयरटेल और रिलायंस जियो जेसी बड़ी भारतीय कंपनियों के साथ पार्टनरशिप हे क्लाउड के बिजनेस को लेकर.
अपने 10 बिलियन डॉलर के भारत डिजिटाइजेशन फंड के माध्यम से, Google Inmobi के स्वामित्व वाले रोपोसो सहित विविध उपभोक्ता सामना करने वाले डिजिटल बिजनेस का अधिग्रहण कर रहा है, जो उपयोगकर्ता के स्मार्टफ़ोन पर समाचार और मीडिया सामग्री वितरित करता है, short video apps, स्थानीय भारतीय भाषाओं की सामग्री के साथ.