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मुख्य बिंदु:-
पेपर लीक के मामले में विपक्ष का लगातार सामना कर रही गहलोत सरकार ने आखिर परीक्षा रद्द करने का लिया फैसला।
कुल 62000 नए पदों पर होगी फिर से परिक्षा।
जल्द जारी होंगी परीक्षा संबंधित जानकारी।
जयपुर (Jaipur) राजस्थान (Rajasthan):-
REET परीक्षा को लेकर हो रहे लगातार विरोध के चलते वर्तमान राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री ASHOK GEHLOT ने REET परीक्षा को रद्द करके नए सिरे से दोबारा परीक्षा करवाने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री GEHLOT ने कहा जनता ही सब कुछ है और इसी के साथ REET LEVEL 2 की परीक्षा को रद्द करके अब 62000 भरतीयो के लिए परीक्षा करवाई जाएगी जो की पहले 32 हजार यही जिसमे 30 हजार पद और बढ़ाकर के 62000 कर दिया।
जल्द ही सरकार द्वारा घोषणा की जाएगी की फिर से परिक्षा कब और कैसे होगी।
परीक्षा निरस्ती को लेकर क्या रहा मुख्यमंत्री गहलोत जवाब ?
मुख्यमंत्री Gehlot ने बयान में कहा पेपर लीक की खबर आते ही यह मामला SOG को दिया गया। मामले की हर और से जांच की गई। विपक्ष खेमे से बीजेपी द्वारा इस मामले को बेवजह तूल दिया गया व इसे एक राजनीतिक मोड़ दिया गया। जनता के हितों वाले मामलो को ही विपक्ष के द्वारा तूल देना चाहिए ना कि ऐसे मामलो को।
आगे वह कहते है के अगर किसी के पास से किसी अवैध मामले की जानकारी मिली है तो वह भी इसका भागीदार ठहरता है। आगे वह बताते है के इस मामले को लेकर एक तरह का गेंगवार सा चल रहा है। SOG की रिपोर्ट के अनुसार इस REET मामले में लगभग 300 से अधिक लोग शामली है।
मुख्यमत्री ने TWEET (ट्वीट) कर जानकारी दी।
राजस्थान कैबिनेट की बैठक में लिया गया फैसला।
REET पेपर लीक मामले में परीक्षा रद्द करने व दोबारा करवाने का फैसला लिया गया। बताया जा रहा है की सरकार ने यह फैसला पहले ही ले लिया था और सोमवार को इस पर आखिरी मोहर लगा दी।
राज्य विधायकों और मंत्रिमंडल की बैठक में हुई थी चर्चा।
वर्तमान फैसले को लेकर विधायको और मंत्रिमंडल के सदस्यों संघ चर्चा की गई के इस मामले को लेकर क्या कदम उठाए जाए। मुख्यमत्री Ashok Gehlot न बैठक में उपस्थित समस्त जानो से आम राय ली और सबकी राय लेने के बाद ही आखिर में कैबिनेट की बैठक में आखिरी फैसले पर मुहर लगा दी गई।
बीजेपी (BJP) करवाना चाहती थी सीबीआई (CBI) जांच।
REET पेपर लीक मामले के बाद से ही विपक्ष यानी की बीजेपी द्वारा लगातार इस मामले की सीबीआई जांच करवाने की मांग उठ रही थी। जिसके संदर्भ में मौजूदा राजस्थान सरकार का तर्क था कि एसओजी (SOG) पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है। एसओजी की जांच से वर्तमान सरकार के द्वारा माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष और सचिव को उक्त मामले में सम्मिलित पाए जाने के बाद अध्यक्ष को बर्खास्त और सचिव को सस्पेंड कर दिया गया।
मुख्यमत्री Ashok Gehlot का विपक्ष पर वार :
दिए गए बयान में मुख्यमत्री कहते है की इस मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है। यह एक तरह का वर्तमान राजस्थान सरकार के खिलाफ चलाया जा रहा एजेंडा है जो की केंद्र यानी के बीजेपी के द्वारा चलाया जा रहा है और यह एजेंडा दिल्ली से राजस्थान लाया गया है। यह एक तरह की चाल है की राजस्थान सरकार को बदनाम करो।
इससे पहले कई राज्यों में हो चुके है पेपर लीक।
आपको बताते चले कि REET जेसे मामले देश के विभिन्न बड़े बड़े राज्यों में देखे जा चुके है। एक तरह से देखा जाए तो एसी घटनाए आम सी हो गई है जो आए दिन देखने को मिल रही है। इससे पहले महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड जेसे राज्यों में बीते वक्त से पेपर लीक के मामले देखे गए है। यह चिंताजनक है की इन पर कोई रोक या लगाम नहीं लगती दिख रही।
ऐसे मामले चिन्ता का विषय।
ऐसे मामले परस्पर देखे जा रहे है जो की एक चिंता का विषय है। एक ओर तो देश में बेरोजगारी और भुखमरी जेसे हालात पाव पसार रहे है उसमे भी ऐसे पेपर लीक मामले दिनो दिनो बढ़ते जा रहे है। विद्यार्थी सालो की कड़ी मेहनत और कठिन परिश्रम कर REET जेसी परीक्षाओ में भाग लेते है और उनकी मेहनत को पेपर लीक करवाकर मिट्टी में मिला दिया जाता है। ऐसे में विद्यार्थी अपनी कुशलता के होने के बावजूद
जिंदगी मे कुछ कर नही पाते ।